2013 में BCCI ने कुछ ट्विटर यूजर्स को अपशब्द क्यूँ कहे थे?
2013 में BCCI द्वारा किये गए कुछ ट्वीट्स वायरल हो गए हैं जिनमें कुछ अपशब्दों का प्रयोग है. ऐसा ही कुछ 2018 में भी वायरल हुआ था जिसको मीडिया ने कवर तो किया था पर वजह नहीं बताई. इस रिपोर्ट में हर सवाल का जवाब तलाशेंगे.
लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. जहाँ लोग BCCI के मजे रहे हैं वहीँ लोग इस तरह की भाषा के प्रयोग पर आपत्ति भी जता रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
नवम्बर 2013 में सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास लिया. इसको यादगार बनाने के लिए BCCI ने @TwitterIndia और Digigraph के साथ मिलके ट्विटर पर एक कैंपेन लांच किया जिसमें जो कोई BCCI को टैग करते हुए #ThankYouSachin लिखता था उसे सचिन द्वारा एक डिजिटल ऑटोग्राफ दिया जाता था.

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BCCI के अनुसार लाखों की संख्या में ट्वीट हुए जिसमें सभी को सचिन के रैंडम फोटो में ट्विटर यूजर के नाम के साथ सचिन के ऑटोग्राफ को समेटा गया ताकि एक निजी एहसास दिलाया जा सके.
सब तक ऑटोग्राफ पहुँचाना कैसे संभव हो पाया?
जाहिर है एक व्यक्ति अथवा लोगों के समूह द्वारा यह कर पाना संभव नहीं है. इसके लिए ट्विटर API के साथ एक प्रोग्राम जोड़ा गया जिसमें जो भी BCCI को टैग करते हुए #ThankYouSachin लिखता था, प्रोग्राम उन ट्वीट्स को फिल्टर करके प्रोसेस करता था. जिसमें ट्विटर हैंडल के नाम को प्री-डिजाईन टेम्पलेट में जोड़ दिया जाता था और फिर जो ऑटोग्राफ तैयार होता था उसके लिंक को BCCI के ऑफिसियल हैंडल से उक्त यूजर को एक मैसेज के साथ रिप्लाई चला जाता था.
फिर गाली कैसे पोस्ट हुआ?
रिप्लाई भी लोगों को एक पर्सनल टच दे और यह कोई कंप्यूटर प्रोग्राम जैसा न लगे, इसके लिए BCCI के हैंडल से यूजर का नाम लेते हुए ट्वीट रिप्लाई जाता था. कुछ खुराफाती लोगों ने अपना नाम ही गाली रख लिया था जिससे कोई वैलिडेशन के ना रहने से प्रोग्राम ने गाली को भी नाम समझ के रिप्लाई दे दिया.
नीचे के स्क्रीनशॉट से यह स्पष्ट है कि उस समय के एक यूजर @HahaIndian, जिसका नाम अजित था उसने अपना नाम एक गाली रख लिया और BCCI ने उसे उसी नाम से बुलाते हुए रिप्लाई दे दिया. बाद में उसी यूजर ने अपना नाम बदल कर भी कई बार ऑटोग्राफ लिया.
यही काम @YashKandhari_ द्वारा भी किया गया जिसको दिया गया रिप्लाई वायरल है.
क्या निकला निष्कर्ष?
स्पष्ट है कि BCCI के ट्विटर हैंडल द्वारा जानबूझ कर किसी को गाली नहीं दी गई बल्कि एक बिना सही वैलीडेशन वाले कंप्यूटर प्रोग्राम और लोगों की खुराफात की वजह से ऐसा हुआ है.